संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने किया विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण

 


  जयपुर संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने शुक्रवार को जयपुर व अलवर जिले के उपखण्ड कार्यालयों आंगनबाड़ी केन्द्रों प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, उप पंजीयक कार्यालय, सरकारी लैब, शाहपुरा पुलिस थाना, इंदिरा रसोई शाहपुरा तहसील, उप तहसील कार्यालय, ग्राम पंचायत, पटवार घर, किसान विकास केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुछ कार्यालयों में कार्मिक नदारद मिले तथा कुछ में कार्यालय समय से देरी से पहॅुचते पाये गये कार्यालयों में दिशा-निर्देशों के बावजूद दो समय का उपस्थिति रजिस्टर, मूवमेन्ट रजिस्टर संधारित नहीं किया जाना पाया गया। जिस पर डॉ. शर्मा ने नाराजगी जाहिर करते हुये संबंधित उच्च अधिकारी को अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किये।


शुक्रवार को सर्वप्रथम प्रातः 10.35 पर डॉ. शर्मा ने उप पंजीयक कार्यालय नवम का औचक निरीक्षण किया जहां 7 कार्मिकों में से मात्र 1 ही कार्मिक (सूचना सहायक) ही उपस्थित पाया गया। हाजिरी रजिस्टर के कॉलम भी खाली पाये गये, निरीक्षण में पाया गया की कार्यालय की इन्चार्ज सुकनक जैन अनुपस्थित है और उपस्थिति रजिस्टर के कॉलम भी तीन दिन से खाली पाये गये। इसी प्रकार रेखा कुमारी मीणा भी चार दिन से अनुपस्थित है जिनके उपस्थिति रजिस्टर के कॉलम भी खाली पाये गये। सुकनक जैन से दूरभाष से वार्ता करने पर उन्होंने अतिरिक्त चार्ज सबरजिस्ट्रार- द्वितीय ऑफिस का भी होना बताया वहां पर भी वे अनुपस्थित मिली फिर उन्होंने फील्ड में होना बताया तो उनसे तत्काल व्हॉट्सअप लोकेशन चाहीं गई और सुबह से फील्ड में एक घण्टे के दौरान किये गये कार्य का विवरण चाहा गया जिसे बताने में वे असमर्थ रही। इस सन्दर्भ में उनकी नियंत्रक अधिकारी डीआईजी-प्रथम प्रतिभा पारीक से पूछे जाने पर छुट्टी या फील्ड में होने की जानकारी से अनभिज्ञ होना बताया इस पर डॉ. शर्मा ने सुकनक जैन दोनो कार्यालयों से एवं फील्ड से कार्य दिवस के दौरान कार्यालय समय में प्रातः 10.35 ड्यूटी से बिना पूर्व सूचना एवं अनुमति के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये जाने पर संबंधित उप महानिरीक्षक पंजीयक अधिकारी को अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किये। संभागीय आयुक्त के निर्देश पर तत्काल कार्यवाही करते हुये उन्होंने 8 कार्मिकों 17सीसीए के अन्तर्गत नोटिस जारी कर दिये। उप पंजीयक कार्यालय दशम के इन्चार्ज राजीव बड़गुर्जर के कॉलम भी खाली पाये गये। पूछने पर उन्होंने छुट्टी पर होना बताया। उनके कार्यालय के दो अन्य कार्मिक भी अनुपस्थित पाये गये और रजिस्टर कॉलम भी खाली पाये गये। 11.00 बजे सहायक अभियन्ता जेवीवीएनएल, जयपुर के कार्यालय का निरीक्षण किया गया जहां पर 52 कार्मिक पदस्थापित है। मौके पर कुछ कार्मिक अनुपस्थित मिले तथा कुछ के हाजिरी कॉलम दो-दो दिन से खाली थे तथा दो कार्मिकों ने तो अग्रिम दिनांक के हस्ताक्षर भी कर रखे थे। सहायक अभियंता देवेन्द्र शर्मा ने भी प्रातः 10.50 पर टीम के पहुॅचने के बाद आकर रजिस्टर में हस्ताक्षर किये अनेक कार्मिकों का एक ही समय पर उपस्थिति दर्ज करना पाया गया। इस पर संभागीय आयुक्त ने चीफ इंजिनियर को संबंधित सहायक अभियंता व अन्य कार्मिकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये। मौके पर एक उपभौक्ता ने अवगत कराया कि यहा अधिकतर कर्मचारी 10.00 या 11.00 बजे ही आते है वो काम भी समय से नहीं करते है। 


प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुरा माचेड़ी में मरीज बाहर करते रहे इंतजार और स्टाफ मिला नदारद 

   इसके पश्चात प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुरा माचेड़ी का औचक निरीक्षण किया जहां भी हालात जस के तस पाये गये। वहां पर पदस्थापित डॉ. संजय गोयल, बसन्ता एलएचवी, प्रेमलता शर्मा एएनएम, शफी मोहम्मद वार्ड बॉय व उगन्ता सैनी एएनएम ड्यूटी समय में हॉस्पिटल से अनुपस्थित पाये गये और मरीज बाहर इंतजार करते रहे। निर्देशों के बावजूद दो समय का उपस्थिति रजिस्टर भी संधारित नहीं किया गया था तथा मौके पर उपस्थित स्टाफ यूनिफार्म में नहीं था। इस संबंध में ब्लांक सीएमएचओ एवं जयपुर सीएमएचओ -प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा को नाराजगी प्रकट करते हुये अनुपस्थित कार्मिकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने व भविष्य में और अधिक सर्तकता से पर्यवेक्षण करने के निर्देश प्रदान किये गये। इस दौरान सरकारी लैब का भी निरीक्षण किया गया सरकारी लैब में सैल कांउटर उपलब्ध है और चालु स्थिति में हैं और रिजेन्ट आदि भी उपलब्ध है किन्तु पिछले तीन माह से अधिक समय से सीबीसी की कोई भी जांच नहीं की गई। इस पर डॉ. शर्मा ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की लाखों की बिल्ड़िग और 11 स्टाफ की नियुक्ति होने के बावजूद अस्पताल के ठीक सामने एक डायंग्नोस्टिक सेन्टर है और एक अन्य सरकारी डॉक्टर का निजी क्लिनिक संचालित है। पिछले तीन महिनों में निजी लैब में सीबीसी की लगभग 350 जांचे हुई जबकि राजकीय चिकित्सालय में एक भी नहीं हुई यह हमें हमारी व्यवस्थाओं पर सोचने पर विवश करता है। मात्र 18 जांच लैब में की गई जबकि वहां पर लैब टैक्नीशियन सैल कांउटर, यूपीटी जांच कीट, अन्य सामग्री उपलब्ध है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने सरकारी चिकित्सक डॉ. नरेन्द्र कुमार डांगी का निजी क्लिनिक भी संचालित है वहां पर उन्होंने बोर्ड लगा रखा है तथा अपना मोबाइल नम्बर एवं रजिस्ट्रेशन नम्बर भी लिखा रखा है। ग्रामीणों से पूछे जाने पर पाया गया कि शाम को हॉस्पिटल के बाद किराये की इस जगह पर डॉ. डांगी मरीज देखते है। विराटनगर के ब्लांक मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील कुमार ने अवगत कराया कि बाजार में इस तरह से निजी क्लिनिक संचालित करना नियम विरूद्ध है। साथ ही डॉ. डांगी द्वारा प्रतिमाह नोन प्रैक्टिसिंग अलाउंस भी लिया जाता है उसके बावजूद भी वह नियम विरूद्ध निजी प्रैटिक्स करते है। संभागीय आयुक्त ने संयुक्त निदेशक एवं जयपुर संभाग को 24 घण्टे में जांच कर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। निर्देशों की पालना में ब्लांक सीएमएचओ विराटनगर डॉ. सुनील कुमार मीणा ने अनुपस्थित चिकित्सक व स्टाफ को नोटिस जारी कर दिया एवं डॉ. कमलेश बेनीवाल, डॉ. रामकिशोर जाट व डॉ. हंसराज गुर्जर वरिष्ठ सहायक की तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी। संभागीय आयुक्त ने जयपुर (ग्रामीण) क्षेत्र में पुलिस थाना शाहपुरा का भी निरीक्षण किया जहा रिकॉर्ड, एफआईआर दर्ज करने की व्यवस्था, मालखाने की व्यवस्था माकूल मिली। शाहापुरा उपखण्ड अधिकारी मनमोहन मीणा उपस्थित नही थे वहा मौजूद नायब तहसीलदार ने एसडीएम और तहसीलदार का सीमा ज्ञान करने जाना बताया। और उपखण्ड अधिकारी से पूछने पर कानून व्यवस्था में जाना बताया, इस पर जिला कलक्टर से बात करने पर उन्होंने भी अनभिज्ञता प्रकट की। उपखण्ड अधिकारी के उपस्थित पंजिका में दो दिन से हस्ताक्षर नहीं पाये गये उनके द्वारा राजस्व अधिकारियों के गु्रप उपस्थिति नही भेजी जा रही है। इस पर संभागीय आयुक्त ने राज्य आदेश की अवहेलना पर जिला कलक्टर जयपुर को संबंधित एसडीएम को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।

शाहपुरा तहसील में राजस्व रिकार्ड बिना ताले के बरामदे में बाहर ही रखा पाया गया। वहां पर रखी ई-मित्र प्लस मशीन का उपयोग नहीं होना पाया गया जिसे प्रारम्भ कर उपयोगर करने के निर्देश दिये गये। संभागीय आयुक्त कार्यालय की वरिष्ठ टीम द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धौली कोठी विराटनगर में निरीक्षण किया गया जहां सभी अध्यापक उपस्थित पाये गये। इसके अलावा विराट नगर में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय तहसील कार्यालय पंचायत समिति कार्यालय, मुख्य ब्लांक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी, महिला बाल विकास अधिकारी कार्यालय खुले मिले जिस पर डॉ. शर्मा ने प्रसन्नता जाहिर की। शर्मा ने शाहपुरा में इंदिरा रसोई का भी निरीक्षण किया जहा कार्य व्यवस्था सही पाई गई। इंदिरा रर्साई में खाना बनाने के स्थान पर पूरी साफ-सफाई थी, प्रतिदिन 500 से अधिक लोगों को खाना 8रू प्रतिभोजन प्लेट की दर पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। तथा भोजन की क्वालिटी भी बहुत अच्छी है। पावटा तहसील में सार्वजनिक शौचालयों पर ताला लगा पाया गया तथा ई-मित्र प्लस मशीन चालू मिली पर सर्वर की गति कम होने से उसका उपयोग कम होना पाया गया।

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