राजस्थान : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम मिशन निदेशक ने की टीबी कार्यक्रम की समीक्षा

मिशन निदेशक ने की टीबी कार्यक्रम की समीक्षा



स्वास्थ्य भवन में आज मिशन निदेशक नरेश कुमार ठकराल की अध्यक्षता में राज्य के समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं जिला क्षय रोग अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर मिशन निदेशक, अतिरिक्त मिशन निदेशक प्रदीप केशवराव गवन्डे, निदेशक (जन स्वा.) डॉ के के शर्मा ने टीबी कार्यक्रम के सभी टारगेट की विस्तृत समीक्षा की। ठकराल ने इस अवसर पर टीबी रोग के उन्मूलन हेतु निजी क्षेत्र की सहभागिता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु आवश्यक है कि राज्य के समस्त निजी उपचार ले रहे रोगियों को नोटिफाई किया जाए। इसके लिए सभी निजी चिकित्सकों का सेंसिटीज़शन किया जाए एवं रोगियों के आउटकम के लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु विशेष प्रयास किए जाये। दौसा, टोंक एवं उदयपुर जिलो को कम खर्चे पर कार्ययोजना तैयार कर कार्य करने एवम दौसा को पेंडिंग बिलो की सूचना भेजने हेतु निर्देश दिए।


उन्होंने कहा कि समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी अर्धमासिक रूप से टीबी कार्यक्रम की समीक्षा करे।


निदेशक (जन स्वा.) डॉ के के शर्मा ने कहा कि टीबी रोगी हाई रिस्क के है, उन्हें विशेष रूप से कोविड 19 से बचाव रख के हेतु समझाए और सावधानी रखने हेतु निर्देश देवे। 


डॉ शर्मा ने टीबी कार्यक्रम के तहत निजी क्षेत्र की सहभागिता बढाने हेतु प्रत्येक चिकित्सक की सूची बनाकर नोटिफिकेशन हेतु प्रेरित करने और चिकित्सको द्वारा कार्यक्रम की गाइडलाइन का पालन नही करने पर नोटिस देने के निर्देश दिए।


राज्य में एच आई वी की जांच, शुगर जांच एवम यूडीएस्टी के निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने हेतु विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये।


राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ विनोद गर्ग ने सभी जिलों को न्यून लक्ष्यों की समीक्षा करने, ऑनलाइन एंट्री समय पर करने, सभी रोगियों को समय पर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने और नियमित मोनिटरिंग करने के निर्देश दिए।


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