प्रबंध निदेशक भाटी ने वी.सी के जरीए किया अजमेर सर्किल के अफसरों से सवांद
अजमेर, राजस्थान
अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी ने अजमेर जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि इस वित्तीय वर्ष में 103 प्रतिशत राजस्व वसूली और छीजत में कमी हमारा लक्ष्य है। अजमेर सिटी सर्किल के लिए 10.2 प्रतिशत छीजत और जिला सर्किल के लिए 8 प्रतिशत छीजत का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने 15 मई तक रखरखाव एवं जलदाय विभाग को कनेक्शन जारी करने के निर्देश दिए। घरेलू कनेक्शनों के लिए लॉकडाउन खत्म होते ही कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।
अजमेर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अजमेर शहर और जिला वृत्त के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में हम 103 प्रतिशत राजस्व अर्जन के लिए काम करेंगे। अजमेर शहर सर्किल में छीजत को 10.2 प्रतिशत तथा जिला सर्किल में 8 प्रतिशत छीजत का लक्ष्य रखा गया है। निर्बाध विघुत आपूर्ति हमारा प्रथम कर्तव्य है इसलिए सभी अभियंता अपने क्षेत्रों में पावर सप्लाई मेन्टीनेंस की नियमित रुप से निगरानी करे। रखरखाव तथा जलदाय विभाग को कनेक्शन जारी करने का काम अनिर्वाय रूप से 15 मई तक पूरा कर लिया जाए। जितने भी घरेलू व अन्य श्रेणी के कनेक्शनों के लिए लॉकडाउन समाप्त होते ही कार्यवाही शुरू कर दी जाए। भाटी ने निदर्ेंश दिए कि अस्पतालों, क्वारेंटाइन सेन्टर, शेल्टर होम, लैब एवं अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर निर्बाध बिजली की आपूर्ति हो। किसानो को भी उनके हक की पूरी बिजली मिलती रहें।
वी.एस. भाटी ने राजस्व वसूली के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उपभोक्ताओं को ऑनलाईन बिल का पेमेंट करने के लिए प्रेरित करे। उन्होने कहा कि राज्य सरकार की घो6ाणा के अनुसार किसी भी उपभोक्ता का विधुत कनेक्शन नही काटा जा रहा है लेकिन उन्हे समझना भी आवश्यक है जो उपभोक्ता बिजली का बिल भरने मे सक्षम है वे अपना बिल ऑनलाईन जमा करा दे ताकि उन्हे बिल काउन्टर पर नही आना पड़े। सभी अधिकारी ये सुनिश्चित करे कि बिजली बिल की राशि डिस्कॉम को नियमित रुप से मिलती रहे ताकि डिस्कॉम का काम सुचारु रुप से चले।
वी.एस भाटी ने कहा कि कोरोना मे सुरक्षा सबसे अहम है। निगम द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के विभिन्न उपाय किए जा रहें है। खराब ट्रांसफार्मरों को तय समय सीमा में बदला जा रहा है। इसी तरह राजस्व रिकवरी, मीटर रीडिंग, बिलों को उपभोक्ता को भेजना, 33 केवी वीसीबी इंस्टॉलेशन और इसके फायदे, ग्राउंड बैलेंस, विद्युत आपूर्ति, समस्याओं का निराकरण, सर्विस कनेक्शन, लॉड बैलेंसिग, छीजत कम करना सहित अन्य बिन्दुओं पर भी चर्चा की गई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में डिस्कॉम के निदेशक तकनीकी बी.एम. पालीवाल, निदेशक वित्त एस.एम. माथुर, संभागीय मुख्य अभियंता एन.एस. निर्वाण, अधीक्षण अभियंता गोपाल चतुर्वेदी एवं एम.एल.मीणा, टीएटूएमडी राजीव वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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