प्रशासन ने जांची जिले में वितरित होने वाले भोजन की गुणवत्ता
अजमेर, राजस्थान
कोरोना लॉकडाउन के दौरान गरीब, निराश्रित एवं जरूरतमंद व्यक्तियों को वितरित किए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच गुरूवार को प्रशासन द्वारा की गई। सभी स्थानों पर संतोषप्रद व्यवस्था पाई गई।
प्रभारी किशोर कुमार ने बताया कि जिले में विभिन्न स्थानों पर वितरित होने वाले भोजन की गुणवत्ता जांची। खरवा के खतोड वाले बालाजी में देवेन्द्र दामानी द्वारा 100 पैकेट, ब्यावर के पार्षद विक्रम सोनी द्वारा हाउसिंग बोर्ड सामुदायिक भवन में 450 पैकेट, विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आशापुरा माता मंदिर में 700 पैकेट, दिगम्बर जैन समाज द्वारा महावीर इन्टरनेशनल चिकित्सा सेवा केन्द्र हाउसिंग बोर्ड में 500 पैकेट, जे.पी.पी. संस्थान द्वारा चन्द्र जैन हॉस्पिटल के पास एक हजार 300 पैकेट, भामाशाहों द्वारा मुन्ना हलवाई का कारखाना में 2 हजार 700 पैकेट, जूनियर चैम्बर इन्टरनेशनल के अध्यक्ष राकेश जैन द्वारा रांका जी की बगीची मेवाड़ी गेट में 660 पैकेट, नगरपालिका सभापति नरेश कनौजियां की जनता रसोई, ओसवाल पंचायत नोहरा पाली बाजार में 5 हजार 600, गुरूनानक सत्संग सभा द्वारा गुरूद्वारे में 450 पैकेट तथा भामाशाहों द्वारा केसरी नन्दन गार्डन सतपुलिया में 160 पैकेट के भोजन वितरण का निरीक्षण किया गया ।
उन्होंने बताया कि समस्त स्थानों पर कार्यकर्ताओं का स्वास्थ्य तथा कार्यस्थल की हाईजेनिक व सैनेटरी की स्थिति संतोषजनक पायी गई। खरवा सरपंच दिनेश पाल पदावत द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय खरवा के क्वारेंटाईन सेंटर के लिए 460 पैकेट भी उपलब्ध कराए जा रहे है। यहां सोशल डिस्टेसिंग के संबंध में जागरूक किया गया। इसी प्रकार विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा आशापुरा माता मन्दिर ब्यावर में भोजन पैकेट के साथ साथ 250 पैकेट सूखी सामग्री भी वितरित की गई। जेपीपी संस्थान ने भी 500 पैकेट सूखी सामग्री वितरित की गई। राजकीय सनातन धर्म सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के क्वारेटाईन सेंटर के श्रमिकों के लिए भी भामाशाहों द्वारा भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। खाद्य सामग्री तैयार करने एवं वितरण करने वाले व्यक्तियों को दस्ताने, मास्क, कैप पहनने तथा सैनेटाईजर अथवा साबुन से बार बार हाथ धौने एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया।
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