कोरोना संक्रमण : जिला कलक्टर ने की आमजन से अपील, सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी की करे पालना

अजमेर, राजस्थान 



जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने आमजन से अपील की है कि कोरोना महामारी के इस दौर में वृद्धजनों का विशेष ध्यान रखें। इस संबंध में सरकार और एम्स नई दिल्ली द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। इसका पालन करें ताकि हमारे वृद्धजन सुरक्षित रहें।


     जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि कोरोना महामारी की प्रकृति को देखते हुए 60 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। चिकित्सकीय देखरेख में दवाओं का उपयोग करने वाले वृद्धजनों पर विशेष ध्यान देना  चाहिए। इस संबंध में जारी एडवाईजरी के अनुसार लंबे समय से चली आ रही श्वसन संबंधी, लंग्स, हदय, किडनी, लीवर, हेपेटाईटिस, न्यूरोलॉजिक, डाईबिटीज, हाईपरटेंशन एवं कैंसर से पीड़ित वृद्धजनों के स्वास्थ्य पर कोरोना वायरस के संक्रमणकाल में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती है।


     एडवाईजरी में करने योग्य तथा ना करने योग्य गतिविधियों के संबंध में विशेष निर्देश प्रदान किए गए है। इनके अनुसार वृद्धजनों को पूरे समय घर पर ही रहकर आगंतुकों से मिलने से बचना चाहिए। विशेष परिस्थिति में वार्तालाप एक मीटर से अधिक दूरी रखकर अकेले रहने की स्थिति में किसी पड़ौसी की मदद लें। समूह में बैठने से बचे। इस दौरान अपने मोबाईल को चालू रखें। घर पर हल्की कसरत और योगा करते रहे।  स्वस्थ आदतों को अपनाएं। बार-बार साबुन से हाथ धोने अथवा सेनेटाईज करने की आदत डाल लें। खांसते और छींकते समय रूमाल अथवा टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल के पश्चात टिश्यू पेपर को नष्ट कर दें  एवं रूमाल को धोएं। घर पर बना गर्म भोजन ग्रहण करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फलों एवं जूस का सेवन जारी रखें।


     उन्होंने बताया कि वृद्धजनों को अपनी दवा की नियमित खुराक लेनी चाहिए। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे। बुखार, श्वास एवं अन्य किसी भी सामान्य बीमारी में भी अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इस दौरान अपने मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक स्वास्थ्य के लिए अपने परिजनो के संपर्क में रहें। गर्मी के कारण समय-समय पर अतिरिक्त जल सेवन की आदत डाल लें।


     उन्होंने कहा कि वृद्धजनों को कोरोना वायरस जैसे लक्षणों से ग्रसित बिमार व्यक्ति से संपर्क में नहीं आना चाहिए। हाथ मिलाने के स्थान पर नमस्कार मुद्रा में अभिवादन को तरजीह दें। चेहरे, आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचना चाहिए।


     उन्होंने कहा कि वृद्धजनों की सेवा में लगे व्यक्तियों को भी सावधानी रखते हुए अपने हाथ बार-बार साबून से धोते रहना चाहिए। वृद्धजनों के पास बैठते समय मास्क का इस्तेमाल करें। बार-बार उपयोग आने वाले वाकिंग कैन, वाकर, व्हील चेयर एवं बेडपान को साफ रखें। वृद्धजनों के बुखार, कफ एवं श्वसन संबंधी समस्या होने पर उनके नजदीक जाने से बचे। ऎसी परिस्थिति में तुरंत चिकित्सक सें संपर्क करें।


     उन्होंने बताया कि वृद्धजनों को मानसिक रूप से भी सबल होने की आवश्यकता हैं। इस दौरान अपने परिजनों से लगातार बातचीत करते रहे। पड़ोािसयों से भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वार्तालाप करें। अपनी पुरानी संगीत सुनने, पढ़ने जैसी रूचियों के पुर्न जागृत करें। किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें तथा विश्वस्त माध्यम से प्राप्त सूचना पर ही विश्वास करें।


 


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