राजस्थान : सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह सजग एवं चौकस - मुख्यमंत्री
जयपुर, राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सजग एवं चौकस है। आमजन को इसको लेकर भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है इसकी रोकथाम में सरकार किसी प्रकार की कमी नहीं आने देगी।
गहलोत बुधवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना वायरस से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इटली से आए विदेशी पर्यटकों के जिस समूह के दो सदस्यों के इस रोग से पीड़ित होने की बात सामने आई है। ये पर्यटक प्रदेश में जिन जिलों में गए हों वहां के कलक्टरों को एडवाइजरी जारी की जाए। साथ ही जिन होटलों में ये ठहरें हों उनके साथ सम्पर्क में आने वाले होटल स्टॉफ एवं अन्य लोगों की भी स्क्रीनिंग कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी व्यक्ति में इस रोग के लक्षण पाए जाते हैं तो स्क्रीनिंग के साथ ही उसे सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इस संबंध में केन्द्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इस वायरस के लक्षण जिन व्यक्तियों में पाए जाएं उन्हें अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ऎसे व्यक्ति आमजन के सम्पर्क में न आने पाएं।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वे जिला कलक्टरों तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ निरंतर वीडियो कांफ्रेंस कर इस पर मॉनिटरिंग करें। साथ ही सभी जिला अस्पतालों मेंं पर्याप्त आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए जाएं।
गहलोत ने प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि वे बिना भय अथवा चिंता के आवश्यक सावधानियों का पालन करें। भीड़भाड़ में जाने से बचें। लक्षण पाए जाने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।
बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने बताया कि विदेशी पर्यटकों में पाए गए लक्षणों के चलते एहतियात बरती जा रही हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि इटली से आए पर्यटकों का दल जिन जिलों में भ्रमण पर रहा, उन जिला कलक्टरों एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों तथा प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जिन व्यक्तियों के साथ ये सीधे सम्पर्क में आए उन्हें आइसोलेशन में रखने के पुख्ता बंदोबस्त किए जा रहे हैं। साथ ही विभिन्न माध्यमों से लोगों को इस वायरस से बचाव रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति राजाबाबू पवार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी, एनएचएम निदेशक नरेश ठकराल, स्टेट हैल्थ एश्यारेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुचि त्यागी, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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