राजस्थान : कोरोना को रोकने के मिशन में सभी को साथ लेकर चलेंगे - मुख्यमंत्री
अजमेर, राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार पूरे समर्पण एवं संकल्प के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की जीवन की रक्षा से बढ़कर हमारी सरकार के लिए कुछ नहीं है और इस मिशन में हम सभी को साथ लेकर चलेंगे।
गहलोत शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सतीश पूनिया के साथ वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कोरोना को रोकने में कटारिया एवं पूनिया से सुझाव लिए एवं सहयोग देने का आग्रह भी किया। कटारिया एवं पूनिया ने चर्चा के दौरान विभिन्न सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उनके सुझावों को पूरी गंभीरता से लेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के कारण वैसे तो सभी लोग प्रभावित हुए हैं लेकिन इसका सबसे बड़ा असर दिहाड़ी पर गुजर-बसर करने वाले श्रमिकों, खेतिहर मजदूरों, स्ट्रीट वेंडर्स और कच्ची बस्तियों में रहने वाले गरीबों पर अधिक पड़ा है। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि गरीबों तथा जरूरतमंदों को लॉकडाउन के कारण भूखे नहीं सोना पड़े।
गहलोत ने कहा कि संकट की इस घड़ी में बेजुबान पशु-पक्षियों को चारा एवं दाना-पानी मिलता रहे। इसके लिए सभी भामाशाह, जनप्रतिनिधि, संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं उदारमना लोग सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मूक पशु-पक्षियों के लिए चारे एवं दाने-पानी की व्यवस्था के लिए पशुपालन विभाग के अधिकारियों का राज्य एवं जिला स्तर पर समूह गठित करें। उन्होंने कहा कि हमें मुख्यमंत्री कोविड-19 राहत कोष में सभी प्रदेशवासियों का बढ़-चढ़कर सहयोग मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों को सरकार फूड पैकेट उपलब्ध करा रही है। साथ ही जरूरतमंद परिवारों के लिए 2 हजार करोड़ रूपए का रिलीफ पैकेज घोषित किया गया है। जिन लोगों की रोजी-रोटी लॉकडाउन के कारण तुरंत प्रभावित हुई है उन्हें सरकार प्रति परिवार एक हजार रूपए देगी। इसके लिए 310 करोड़ रूपए जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने दोनों जनप्रतिनिधियों से गरीबों तक राशन एवं अन्य मदद पहुंचाने में सहयोग का आग्रह किया।
चर्चा के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि अब तक राज्य में 46 रोगी संक्रमित पाए गए हैं। हमने प्रदेश के सभी निजी चिकित्सालयों को भी आपात्कालीन स्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया है। मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने अवगत कराया कि लॉकडाउन से आमजन को होने वाली परेशानियों के त्वरित समाधान के लिए राज्य स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों का एक कोर ग्रुप बनाया गया है। साथ ही राज्य एवं जिला स्तर पर वॉर रूम गठित किए गए हैं जो 24 घंटे कार्यरत हैं। साथ ही इसके लिए 181 हैल्पलाइन भी क्रियाशील है।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा रोहित कुमार सिंह तथा सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी भी मौजूद थे।
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