अजमेर : नगर निगम की राजस्व अधिकारी रेखा जेसवानी को एसीबी ने किया ट्रैप

अजमेर, राजस्थान l 



अजमेर शहर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री को अवगत करवाया है कि भ्रष्टाचार के मामले में जेडीए के मुकाबले अजमेर नगर निगम में बदतर स्थिति है l यहां हर स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त हैl सीजिंग और अवैध निर्माण के मामले में जेडीए से ज्यादा पैसे का खेल अजमेर निगम में है। राजस्व अधिकारी  रेखा जेसवानी का  भ्रष्टाचार में रंगे हाथों पकड़ा जाना इस बात की पुख्ता दलील है कि अजमेर निगम में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार व्याप्त है।



शहर कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को विस्तृत प्रतिवेदन भेजा है जिसमें बताया गया है कि जयपुर विकास प्राधिकरण के मुकाबले अजमेर नगर निगम भ्रष्टाचार के मामले में कहीं आगे है प्रतिवेदन में बताया गया कि सीजिंग के मामले हो या शहर में हो रहे अवैध निर्माण निगम के अधिकारी उसी बिल्डिंग को सीजिंग करते हैं जहां से पैसा नहीं मिलता और जहां पैसा मिलता है उसको सीजिंग के आदेश के बावजूद छोड़ देते हैं यही हाल शहर भर में हो रहे अवैध निर्माणों का है अवैध निर्माण में दिखावे की कार्रवाई की जा रही है जो अवैध निर्माण करता निगम के अधिकारियों की आर्थिक सेवा कर रहा हैl उस पर कोई कार्यवाही नहीं हैl इसी के विपरीत जो अवैध निर्माण निगम के अधिकारियों के भ्रष्टाचार की नीति पर कार्य नहीं कर रहा उसके अवैध निर्माण को तोड़ने अथवा सीजिंग की कार्रवाई की जा रही है। कांग्रेस ने निगम के अधिकारियों की नामजद शिकायतें मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री से की है जिसमें निगम के हर स्तर के भ्रष्ट अधिकारियों का उल्लेख किया गया है चाहे कचरा परिवहन में भ्रष्टाचार हो या सफाई व्यवस्था इसके अतिरिक्त नॉन वेंडिंग जोन में ठेला इत्यादि लगाकर कारोबार करने वाले दिहाड़ी मजदूरों से भी व्यापक स्तर पर वसूली की जा रही है।



कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को भेजें प्रतिवेदन में बताया है कि कांग्रेस ने अपने संकल्प पत्र में भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस का वादा किया है लेकिन अजमेर नगर निगम जयपुर विकास प्राधिकरण से भी कहीं ज्यादा भ्रष्ट अधिकारियों के जमावड़े से ग्रसित हैl जिससे आमजन को अपने छोटे छोटे से कार्य करवाने के लिए भी निगम के अधिकारियों को पैसा देना पड़ रहा हैl ऐसे में निगम के भ्रष्ट अधिकारियों को चिन्हित कर अजमेर से रुखसत किया जाना आवश्यक है। कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल को निगम के सीताराम बोहरा, रेखा जेसवानी सहित अधिकारियों की नामजद शिकायत की थी और उस शिकायत पर रेखा जेसवानी को एपीओ भी कर दिया गया मगर निगम कमिश्नर चिन्मयी गोपाल ने उसको आज तक रिलीव नहीं कियाl भ्रष्टाचार में लिप्त रेखा जेसवानी को आज भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ लिया।
उल्लेखनीय है कि जयपुर में आयोजित हाउसिंग बोर्ड की 50वीं स्वर्ण जयंती समारोह के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि जयपुर विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार व्याप्त है। दो बिल्डिंग है उसमें एक को तोड़ेंगे, एक को पैसे लेकर छोड़ेंगे।  कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को बताया है कि यही हाल अजमेर नगर निगम का है।



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