रेलवे कार्मिकों को एड्स के बारे में दी जानकारी
अजमेर, राजस्थान।
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन भारत सरकार एवं भारतीय रेल मंत्रालय कि एचआईवी ऐड्स मेंस्ट्रीमिंग एंड पार्टनरशिप पॉलिसी के तहत जिला एड्स नियंत्रण एवं रोकथाम इकाई अजमेर तथा उत्तर पश्चिम रेलवे मंडल अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में डीआरएम कार्यालय के सभाकक्ष में रेलवे चिकित्सालय के मेडिकल स्टाफ रेलवे एंप्लोई पोर्टर्स तथा रेलवे पुलिस प्रोटक्शन फोर्स के अधिकारियों कर्मचारियों की एक कार्यशाला सेन्सीटाइजेशन ऑफ रेलवे एंप्लाइज के नाम से आयोजित की गई जिसमें डॉ मनीष कुमार जोशी जिला कार्यक्रम अधिकारी एचआईवी एड्स ने एचआईवी एड्स कैसे फैलता है एवं कैसे नहीं फैलता, एचआईवी एड्स से बचने के लिए क्या-क्या उपाय होते हैं, यदि किसी को एचआईवी एड्स हो जाए तो वह क्या करें। इन बातों के साथ जिले में संचालित एचआईवी ऐड्स सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान की।
डॉ संपत सिंह जोधा अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण ने एचआईवी एड्स पर खुलकर बात करने हेतु प्रेरित किया व एचआईवी एड्स की जानकारी एवं बचाव ही उपचार का संदेश दिया गया।
डॉ पीसी मीणा मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अधीक्षक रेलवे चिकित्सालय ने इस प्रकार की कार्यशालाओं की आवश्यकता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राज्य स्तर पर राजस्थान स्टेट ऐड्स कंट्रोल सोसायटी के माध्यम से अजमेर में ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान में इस मुहिम को आगे बढ़ाया जाएगा।
नवीन परशुरामका रेलवे मंडल प्रबंधक अजमेर में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन राजस्थान स्टेट ऐड्स कंट्रोल सोसायटी तथा जिला एड्स नियंत्रण एवं रोकथाम इकाई का आभार प्रकट किया व बताया कि भारतीय रेलवे विश्व का चौथा बड़ा नियोक्ता है जिसमें 1.4 मिलियन से अधिक स्थाई कर्मचारी कार्य करते हैं तथा स्थाई कर्मियों के अतिरिक्त हजारों की संख्या में सप्लाई चैन कर्मचारी वेंडर्स पोर्टर्स क्लीनर तथा वितरण कार्य करते हैं। तकरीबन 16 मिलियन लोग प्रतिदिन यात्रा सेवा का लाभ उठाते हैं जिसमें वह प्रवासी भी शामिल हैं जो अपने घर से कार्य स्थल तथा कार्य स्थल से अपने घर पर पहुंचते हैं। भारतीय रेल मंत्रालय भारत सरकार विश्व का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है जिसके पास और बहुत बड़ा चिकित्सीय इंफ्रास्ट्रक्चर है जो इसे बहुत बड़ा सेवा प्रदाता बनाता है जिसमें 125 हॉस्पिटल 9 जोनल हॉस्पिटल 5 सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल तथा लगभग 600 स्वास्थ्य इकाइयां है जिसमें तकरीबन 14000 बेड फैसिलिटी है।
रेल मंत्रालय भारत सरकार एचआईवी एड्स के ट्रीटमेंट में सुधार एवं जोखिम को कम करने हेतु भी कार्य करता हैं। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन एवं रेल मंत्रालय के द्वारा चलाई गई रेड रिबन एक्सप्रेस महादीप की सबसे बड़ी जन जागृति की मुहिम थी उन्होंने चिकित्सा विभाग से आग्रह किया कि ऐसी कार्यशालाओं को क्रियान्वित करें जिससे रेलवे परिवार को ही नहीं अपितु जनसाधारण को भी एचआईवी एड्स के साथ जीने एवं कलंक भेदभाव से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी तथा एचआईवी एड्स की रोकथाम में भी इसकी मदद मिल पाएगी।
कार्यक्रम की समस्त व्यवस्थाएं रवि विलियम जिला कार्यक्रम सहायक, निधि कालरा जिला आईसीटीसी सुपरवाइजर, पूजा सांखला जिला लेखा सहायक, परेश सैमसन, अनीता सिंघल ने संभाली।
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