प्रदेश में चिकित्सकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाएगा - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर, राजस्थान l
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सोमवार को विधान सभा में बताया कि प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए 737 चिकित्सकों की भर्ती अंतिम दौर में है। इनके पदस्थापन की कार्यवाही शीघ्र की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहां भी रिक्त पद होंगे उन्हें प्राथमिकता से भरा जाएगा।
डॉ. शर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान विधायकों की ओर से इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि प्रदेश में नसिर्ंगकर्मियों के खाली पदों को भी जल्द भरा जाएगा।
इससे पहले चिकित्सा मंत्री ने विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए जिला चित्तौड़गढ़ में संचालित राजकीय चिकित्सा संस्थानों का विवरण, संचालित चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सकों के स्वीकृत, कार्यरत व रिक्त पदों का संस्थानवार विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के आदेश दिनांक 7.08.2019 एवं 04.02.2020 द्वारा कार्यव्यवस्था या प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत समस्त कार्मिकों के कार्यव्यवस्था और प्रतिनियुक्ति आदेश निरस्त कर दिए गए हैं।
चिकित्सा मंत्री ने चित्तौड़गढ़ जिले में नर्सिंग या पैरामेडिकल या अराजपत्रित संवर्ग के चिकित्सा कर्मियों के चिकित्सा संस्थानवार स्वीकृत, कार्यरत एवं रिक्त पदों का विवरण भी सदन की मेज पर रखा। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों के पदोन्नति के रिक्त पदों को डीएसीपी के अन्तर्गत पदोन्नत चिकित्सकों से पीजी पूर्ण चिकित्सक उपलब्ध होने पर भरने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि चिकित्सा अधिकारी के रिक्त पदों को राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय जयपुर में प्रक्रियाधीन भर्ती पूर्ण होने पर और चिकित्सा अधिकारी (दन्त) के रिक्त पदों को स्थानान्तरण से भरे जाने के प्रयास किये जाएंगे।
डॉ. शर्मा ने बताया कि विभाग में नर्स श्रेणी द्वितीय, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फार्मासिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट एवं प्रयोगशाला सहायक के पदों पर भर्ती कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने पर जिला चित्तौड़गढ़ के रिक्त पदों को और अराजपत्रित संवर्ग के पदोन्नति के रिक्त पदों को विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक उपरान्त भरे जाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ शहर में 1 जिला चिकित्सालय, 1 टी.बी. क्लिीनिक, 1 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 2 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 2 सिटी डिस्पेन्सरी एवं राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित 2 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के द्वारा आमजन को चिकित्सा सेवायें उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पुराने महिला एवं बाल चिकित्सालय में सैटेलाइट चिकित्सालय खोला जाना विचाराधीन नहीं है।
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