राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित हुए कई कार्यक्रम व प्रतियोगीताऐं

अजमेर, राजस्थान।



राष्ट्रीय बालिका दिवस पर हुवे कार्यक्रम व प्रतियोगीताऐं


‘‘ राष्ट्रीय बालिका दिवस ‘‘ के अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बालिकाओं के महत्व के प्रति जागरूकता के उदेष्य को लेकर जागरूकता कार्यक्रम राजकीय महिला चिकित्सालय एवं सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल, अजमेर में आयोजित कराये गये।




मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 कृष्ण कुमार सोनी द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है। इसका प्रारम्भ वर्ष 2009 से हुआ। इसका उदेष्य जागरूकता फैलाना और लोगों को कन्या भ्रूण हत्या के प्रतिकूल प्रभावों को बताना है। जागरूकता कार्यक्रम प्रत्येक खण्ड स्तर पर दिनांक 21 जनवरी से 23 जनवरी तक आयोजित कराया गया। जिसमें भिन्न-भिन्न कार्यक्रम आयोजित कराये गये। दिनांक 24 जनवरी को जिला स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराया गया जिसमें प्रातः 10ः30 बजे राजकीय महिला चिकित्सालय, अजमेर में बालिका जन्मोत्सव मनाया गया। नन्ही-मुन्ही बालिकाओं से केक कटवाया गया तथा बालिकाओं को विभाग की ओर से बेबी किट बांटे गये। कार्यक्रम में राजकीय महिला चिकित्सालय की अधीक्षक, डाॅ0 पूर्णिमा पंचोरी, डाॅ0 सम्मपत सिंह जोधा अति. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे तथा जिला स्तरीय कार्यक्रम सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल, अजमेर में आयोजित कराया गया। 
कार्यक्रम में संयुक्त निदेषक, डाॅ0 गजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि 24 जनवरी के दिन इंदिरा गांधी को नारी शक्ति के रूप में याद किया जाता है। इस दिन इंदिरा गांधी प्रथम बार प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बेठी थी। डाॅ0 सिसोदिया द्वारा बालिकाओं को पीसीपीएनडीटी अधिनियम के बारे में जानकारी दी गयी तथा मुखबिर योजना के बारे में विस्तार से बताया गया। 



सचिव जिला विधिक प्राधिकारण अति. जिला एवं सत्र न्यायाधीष, श्री शक्तिसिंह शक्तावत ने नारी को देवीतुल्य बताया और कहा नारी के बिना इस सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। नारी है तो कल है। 
अति. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 सम्मपत सिंह जोधा,  द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सरकार की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित कराये जाते है। इसका उद्देष्य आमजन को जागरूक करना है ताकि कोई भी बेटा व बेटी में भेद नहीं करें। 
डाॅ0 पुष्पलता गौड (चिकित्सा अधिकारी) द्वारा बालिकाओं/किषोरियों को स्वच्छता, एनीमिया सहित आवष्यक जानकारी दी गयी। सुश्री अदिति महेष्वरी द्वारा बाल संरक्षण अधिनियम पर जानकारी दी गयी। 
कार्यक्रम में उप निदेषक, महिला एवं बाल विकास श्री जितेन्द्र शर्मा, प्राचार्य, सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल श्रीमती गीता जिरोतिया ने भी अपने विचार रखे।



जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक, ओमप्रकाष टेपण ने बताया कि सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल में बेटी बचाओ, भ्रूण लिंग परीक्षण को ‘‘ना‘‘ कहे।, बेटिया अनमोल है‘‘ विषय पर रंगोली प्रतियोगिता, नारे लेखन, पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्षन पर छात्राओं को सम्मानित किया गया। जिनमें नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर मेहनाज परवीन, द्वितीय स्थान सलोनी जोषी, तृतीय स्थान कोमल, रंगोली प्रतियोगिताम में प्रथम स्थान पर दीपाली, द्वितीय स्थान षबाना, तृतीय स्थान लक्ष्मी एवं निमरा, पोस्टर प्रतियोगिता में  प्रथम स्थान पर लक्ष्मी, द्वितीय स्थान यषा, तृतीय स्थान नेहा मीणा ने प्राप्त किया। जिन्हें प्रमाण पत्र मेमेंटो देकर सम्मानित किया गया। 
कार्यक्रम में अत्यंत निर्धन, बेसहारा एवं षिक्षा से वंचित बालिकाओं को षिक्षित करने के उद्देष्य से डाॅ0 तेजवीर दहिया, डाॅ0 आनन्द अग्रवाल, डाॅ0 गरीमा खंीची, डाॅ0 रमाकान्त गोयल, डाॅ0 सुधा चण्डक द्वारा स्कूल प्रषासन को 18000/- हजार रूपये की राषि दी गयी। 
टेपण ने बताया कि कार्यक्रम में एक या दो बच्च्यिों वाले माता-पिता को भी प्रमाण पत्र व मेमेंटो देकर सम्मानित किया गया।



कार्यक्रम में कान्ता अध्यापिका, डाॅ0 मनीष जोषी, महेष बिहारी माथुर, निधी कालरा, पूजा सांखला, रितू सिंह, रवि विलियम राजकुमार मण्डरावलिया व स्कूल स्टाॅफ इत्यादि उपस्थित थे।


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