अजमेर : जिला कलेक्टर के आदेशो को ठेंगा दिखाता सोफ़िया स्कुल प्रशासन
अजमेर, राजस्थान।
जिला कलेक्टर के आदेशो को ठेंगा दिखाता सोफ़िया स्कुल प्रशासन
वर्तमान में ठण्ड का दौर जारी है। इसी क्रम में पूर्व में जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा के आदेशानुसार स्कुलो का समय (प्रातः 10 से सांय 4 बजे तक) ठण्ड के कारण बदला भी गया था l दिनांक 27/1/20 से जिला कलेक्टर ने स्कुलो का समय (पूर्व की भांति) प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया था परन्तु सोफ़िया स्कुल प्रिंसिपल/स्कुल प्रशासन द्वारा दिनांक 29/1/20 से स्कुलो का समय प्रातः 7:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक किया गया है l पिछले 2 दिनों से मौसम ने एक बार फिर पलटी मारी है और यदि मौसम विभाग का पूर्वानुमान माने तो अभी मावठ के साथ ठण्ड बढने के आसार है l ऐसे में यह प्रतीत होता है की सोफ़िया स्कुल प्रिंसिपल/स्कूल प्रशासन ने जानबुझकर स्कूली बच्चो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हुए स्कुल का समय प्रातः 7:30 से किया है l
इस सम्बन्ध में जब ए वाय एन न्यूज़ टीम ने स्कुल प्रिंसिपल/स्कूल प्रशासन से बात करनी चाही तो स्कुल प्रिंसिपल/स्कूल प्रशासन ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया l वहीँ दूसरी ओर शहर के अन्य व मिशनरी स्कुलो की बात की जाए तो बाकी सभी स्कुलो में जिला कलेक्टर के आदेशो की पालना की जाकर स्कूली बच्चो के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए स्कुलो का समय प्रातः 8 बजे से ही कर रखा है l अब ऐसे में देखने वाली बात यह है की सोफ़िया स्कुल प्रिंसिपल/प्रशासन ने किसके आदेशो से स्कुल का समय 8 की बजाय 7:30 से किया है l
गौरतलब है कि जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा के 25 जनवरी के आदेशानुसार स्कुलो का समय प्रातः 10 से सांय 4 बजे तक के समय मे आंशिक परिवर्तन करते हुए पूर्व की भांति (प्रातः 8 से दोपहर 2 बजे तक) का समय किया गया था। यदि सोफ़िया स्कुल के स्वम के नियमो की बात की जाए तो गर्मियों में स्कुल का समय प्रातः 7:30 से दोपहर 1:30 बजे तक का होता है और सर्दियों में स्कुल का समय प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक का होता है l
सोफ़िया स्कुल में स्कूली बच्चो की सुरक्षा भी भगवान भरोसे
सीबीएसई व यातायात विभाग के नियमो के अनुसार बालवाहिनियों का संचालन स्कुल परिसर के अन्दर से होना चाहिए परन्तु सोफ़िया स्कुल में सीबीएसई के सभी आदेशो की धज्जियाँ उड़ाते हुए बालवाहिनियों का संचालन स्कुल परिसर के बाहर से किया जा रहा है चूँकि सोफ़िया स्कुल राष्ट्रिय राजमार्ग पर स्थित है इसीलिए स्कुल के सामने से 24 घंटे काफी स्पीड में रोडवेज बस व अन्य वाहनो की आवाजाही होती है तथा सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है की स्कुल के सामने कोई स्पीड ब्रेकर भी नहीं है जिससे स्कुल के सामने वाहन काफी स्पीड से गुज़रते है। कई बार स्कुल के सामने काफी भीषण हादसे भी हो रखे है परन्तु इसके बावजूद भी स्कुल प्रशासन ने उससे भी कोई सबक नहीं लिया है।
मयूर स्कूल में बालवाहिनियो की व्यवस्था तारीफ-ए-काबिल
शहर के जाने माने मयूर स्कूल में बालवाहिनियो का संचालन स्कूल परिसर के अंदर से ही होता है या अन्य शब्दो मे यह कह लीजिए कि मयूर स्कूल प्रशासन स्कूली बच्चो की सुरक्षा के प्रति बहुत जागरूक है।
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