कांग्रेस सरकार का एक साल, राजस्थान हुआ बदहाल : बेजेपी चीफ डाॅ. सतीश पूनियां
कांग्रेस सरकार का एक साल, राजस्थान हुआ बदहाल : बेजेपी चीफ डाॅ. सतीश पूनियां
जयपुर, 17 दिसम्बर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने आज मंगलवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर हर मोर्चे पर असफल कांग्रेस की सरकार के खिलाफ ''चार्जशीट'' जारी की। इस चार्जशीट में सरकार के 52 सप्ताह के कार्यों की 52 विफलताओं को उजागर किया। इस अवसर पर पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए डाॅ. सतीश पूनियां ने कहा कि सरकार का एक साल मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के मध्य प्रतिस्पर्धा में बीत गया। परिणामस्वरूप सरकार के एक साल के जश्न के कार्यक्रमों के दौरान उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट नदारद रहे। मुख्यमंत्री ने स्वयं ही स्वीकार किया कि हमने 503 में से 119 वादे ही पूरे किये है यानि मात्र 25 प्रतिशत ही काम कर पाये हैं, जो कि किसी भी सरकार की विफलता को बताने के लिए काफी है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि सरकार एक साल का जश्न मना रही है, लेकिन उसे अपनी नाकामी और असफलताओं के लिए आत्मचिंतन करना चाहिए। मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के कार्यों को 10 में से 10 नम्बर दे रहे है। जबकि मुख्यमंत्री स्वयं ही प्रदेश के मुखिया के तौर पर फेल साबित हुए है। मुख्यमंत्री के पास जो महत्वपूर्ण गृह विभाग व विŸा विभाग है, उनमें ही सरकार सम्पूर्ण रूप से विफल रही है। राजस्थान आज देश के सबसे अधिक अपराधग्रस्त राज्यों में शीर्ष की ओर अग्रसर है। वहीं राजस्थान की बदहाल आर्थिक स्थिति की बानगीभर है कि आज राजस्थान में विकास के काम ठप्प पड़े है, ठेकेदारों का भुगतान नहीं हो रहा है, राज्य कर्मचारियों को महंगाई भŸाा तो दूर वेतन देने की व्यवस्था भी सरकार के पास नहीं है। मुख्यमंत्री अपने विभाग में ही पूर्ण रूप से फेल हो चुके है उसके बावजूद वे स्वयं ही विद्यार्थी और शिक्षक दोनों बनकर अपने मंत्रियों को नम्बर दे रहे है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि सरकार अपने एक साल का जश्न ''किसान सम्मेलन'' करके मना रही है। जबकि उसने पूरे एक साल में किसानों को वादा करके सिर्फ धोखा ही दिया है। साल भर पहले उनकी सरकार किसान कर्जमाफी के नाम पर सŸाा में आई थी, लेकिन ना तो किसानों का कर्जा माफ हुआ और ना हीं उन्हें किसी प्रकार की मदद दी। आज किसान को खाद लेने के लिए लम्बी लाइनों में खड़ा होकर लाठियाँ खानी पड़ती है। फिर भी उन्हें समय पर खाद नहीं मिलती है। भाजपा सरकार के समय किसानों का 10 लाख रूपये तक का बीमा किया जाता था, लेकिन आज 25 लाख किसानों का बीमा कवर नहीं है। कोई भी कम्पनी बीमा करने को तैयार नहीं है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन उन्हें लाठियाँ खानी पड़ रही है, धरना देना पड़ रहा है, उनके रोजगार की सरकार को कोई चिंता नहीं है। उन्होंने अपने बेटे को तो रोजगार दिला दिया, लेकिन प्रदेश के 27 लाख युवा बेरोजगारों को बेरेाजगारी भŸाा देने में वे पूर्ण रूप से असमर्थ है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने केवल भाजपा सरकार की योजनाओं का नाम बदलने का कार्य किया है और कुछ जनहित योजनाओं को खजाना खाली है का रोना रोकर बंद कर दिया। उनका विŸाीय प्रबंधन पूर्ण रूप से कुप्रबंधन है। केन्द्र की लाभकारी योजनाओं को वे जान-बूझकर प्रदेश में लागू नहीं कर रहे है, जिसके कारण प्रदेशवासियों को उन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश में स्टेट हाईवे पर टोल लगाकर, बिजली की दरों में फ्यूल चार्ज बढ़ाकर, पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त सेस लगाकर उन्होंने जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ लाद दिया है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि प्रदेश में पिछले 1 वर्ष में 1 लाख 76 हजार मुकदमें दर्ज हुए है। बलात्कार, चोरी, डकैती, लूटपाट, हत्या सहित सभी तरह के अपराध बढ़ते जा रहे है। महिला उत्पीड़न के 5 हजार से अधिक मामले दर्ज हो चुके है। महिला अपराध के प्रति सरकार की उदासीनता साफ दिखती है। मौजूदा शासन में अपराध इतना बढ़ चुका है कि पुलिस हिरासत में अपराधी बंदूक की नोक पर अपने साथियों को छुड़ाकर ले जाते है और कई माह बीत जाने के पश्चात् भी पुलिस कुछ नहीं कर पाती। ये स्वयं की सरकार को संवेदनशील और पारदर्शी बताते है, जबकि एक वर्ष के कार्यकाल में इन्टरनेशनल ट्रांसपेरेंसी के ताजा सर्वे में राजस्थान को भ्रष्टाचार में पहला स्थान मिलने से सरकार की पारदर्शिता पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा होता है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत जनता, मीडिया और विपक्ष की अभिव्यक्ति की आजादी छीन रही है। ये वो ही मुख्यमंत्री है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात करते है, लेकिन आज उसीका गला घोंटने में लगे है। वे धमकी देते है कि जो सरकार का प्रचार-प्रसार करेगा, उसे ही विज्ञापन मिलेगा। विपक्ष के धरना और प्रदर्शन से इनको बहुत ज्यादा चिंता होती है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रका का गला घोंटते हुए जवाहर कला केन्द्र में धारा 370 और नागरिकता संशोधन विधेयक पर होने वाले परिचर्चा और संगोष्ठी के कार्यक्रम को रद्द करवा देते है। वहीं केन्द्र सरकार के कृषि राज्यमंत्री कैलाश चैधरी जब अपने संसदीय क्षेत्र में अस्पताल का उद्घाटन करने जाते है तो वहाँ धारा 144 लगाकर उनके कार्यक्रम को निरस्त करवा देते है। इसी प्रकार एक अभिनेत्री द्वारा की गई टिप्पणी पर उसकी गिरफ्तारी करवाते है। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर किये गये व्यक्तिगत अमर्यादित टिप्पणी दर्ज मुकदमें एवं देश के टुकडे़-टुकड़े की मांग करने वाली गैंग को वो अभिव्यक्ति की आजादी बताते है। गहलोत विपक्ष के नेताओं को जनता की जायज मांग करने पर भी गिरफ्तार करके अभिव्यक्ति की आजादी को समाप्त कर रहे है।
डाॅ. पूनियां ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा ट्रिपल तलाक, धारा 370, राममन्दिर निर्माण, नागरिकता संशोधन विधेयक जैसे ऐतिहासिक कार्य हुए। कांग्रेस पार्टी केवल तुष्टिकरण और वोट बैंक के कारण इसे नकारती है तो यह शर्मनाक बात है।
इस अवसर पर प्रेसवार्ता में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. अरूण चतुर्वेदी, सांसद रामनारायण डूडी, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र गहलोत, डाॅ. अलका सिंह गुर्जर, पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत, प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार, प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी नीरज जैन उपस्थित रहे ।
Comments
Post a Comment