जानिये क्या है नागरिकता संशोधन बिल Citizenship Amendment Bill


क्या है नागरिकता संशोधन बिल 2016?


भारत देश का नागरिक कौन है, इसकी परिभाषा के लिए साल 1955 में एक कानून बनाया गया जिसे नागरिकता अधिनियम 1955 नाम दिया गयाl मोदी सरकार ने इसी कानून में संशोधन किया है जिसे नागरिकता संशोधन बिल 2016 नाम दिया गया हैl संशोधन के बाद ये बिल देश में छह साल गुजारने वाले अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के छह धर्मों (हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और इसाई) के लोगों को बिना उचित दस्तावेज के भारतीय नागरिकता देने का रास्ता तैयार करेगाl पहले नागरिकता अधिनियम 1955 के मुताबिक, वैध दस्तावेज होने पर ही ऐसे लोगों को 12 साल के बाद भारत की नागरिकता मिल सकती थीl


नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2019 के मुताबिक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न के कारण 31 दिसम्बर 2014 तक भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को अवैध शरणार्थी नहीं माना जाएगा बल्कि उन्हें भारतीय नागरिकता दी जाएगीl इसमें मुस्लिम वर्ग का जिक्र नहीं हैl


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